अपने किचन गार्डन में लगे करेले को बिमारियों से कैसे बचाएं
अपने किचन गार्डन में लगे करेले को बिमारियों से कैसे बचाएं
वर्षा ऋतू में लगाई गई फसल को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं रहती, गरमी की फसल में आप प्रति सप्ताह सिंचाई करते रहें। हां, क्यारी की परन्तर निराई-गुड़ाई करना बहुत आवश्यक है । फल प्राप्त करने का तरीका लौकी की तरह ही अपनाएं।
बीमारियां और उनसे बचाव के उपाय
करेले पर मुख्यतः फूट-फ्लाई आक्रमण करती है । अतः इनके बचाव हेतु पौधों पर फालिडाल नामक कीटनाशक दवाई का उपयोग करें।
लौकी, करेला, तोरी, टिण्डा आदि कुकुरविट सब्जियां हैं। अतः इनके उगाने के तरीके लगभग एक जैसे ही हैं। केवल थोड़े-बहत हेर-फेर की आवश्यकता रहती है, जिसे आप स्थान तथा जलवायु के आधार पर बदल सकते हैं। खीरा, ककड़ी, नेनुआ आदि को भी इन्हीं तरीकों से उगाया जा सकता है।
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