अपने किचन गार्डन में फूलगोभी की कौन कौन सी किस्में उगा सकते हैं
अपने किचन गार्डन में फूलगोभी की कौन कौन सी किस्में उगा सकते हैं
फलगोभी सरदी की एक महत्वपूर्ण सब्जी है। इसका मूल स्थान साइप्रस और भूमध्य सागर के तट का क्षेत्र माना जाता है। इसका पुष्प विन्यास अत्यधिक शाखायुक्त होता है। भारत के मैदानी क्षेत्रों में यह सितम्बर से मई तक उपलब्ध होती है। यह अत्यधिक संवेदनशील फसल है। अत: अधिक देखभाल की आवश्यकता रहती है। गोभी को सब्जी के रूप में तो खाते ही हैं, लेकिन इसका अचार भी बनाया जाता है। फलगोभी की पकौड़ियां भी बहुत स्वाद से खाई जाती हैं। कुछ घरों में तो फसल के दिनों में फूलगोभी को सुखाकर रख लिया जाता है और पूरे वर्ष इस्तेमाल किया जाता है।
महत्वपूर्ण किस्में
फलगोभी की किस्में तापक्रम व प्रकाश के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होती हैं । अत: फसल के लिए सही किस्म का चुनाव जलवायु के आधार पर करें।
फूलगोभी को मुख्यत: तीन किस्मों में बांटा जा सकता है।
1. मौसम के पूर्व उगने वाली-जैसे कंवारी या कोरी, अर्ली पटना आदि । इसे सितम्बर के मध्य से अक्तबर के मध्य तक उगाया जाता है। 12. मौसम के मध्य उगने वाली-जैसे पौसी, अगेती आदि। ये किस्में नवम्बर के मध्य से दिसम्बर के मध्य तक उपलब्ध होती हैं। इसी की कुछ किस्में जैसे स्नो बाल, जाइण्ट स्नो बाल आदि दिसम्बर के मध्य से
3. मौसम के अन्त में उगने वाली-धानिया, यह किस्म जनवरी से 'फरवरी तक उपलब्ध होती है तथा स्नो बाल-16 व सटन स्नो बाल की किस्में जनवरी के मध्य से अप्रैल तक उगती हैं।
मौसम के पूर्व उगने वाली किस्में आकार में छोटी और रंग में हल्की पीली होती हैं। मौसम के मध्य वाली किस्में आकार में बड़ी व हल्के गंदे सफेद रंग की होती हैं । अन्त वाली किस्में ही अधिक गठीली और दूध की तरह सफेद होती हैं।
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