अपने किचन गार्डन में टिण्डा कैसे बोयें
अपने किचन गार्डन में टिण्डा कैसे बोयें
टिण्डा की सब्जी भी पूरे भारत में खाई जाती है। यह दीगर बात है कि कहीं कम खाते हैं और कहीं ज्यादा। इसकी रसदार सब्जी भी बनती है और तली हुई भी। अकसर टिण्डा को लोग अन्य सब्जियों के साथ मिला कर भी बनाते हैं।
टिण्डा कैसे बोएं
किचन-गार्डन में टिण्डा के आधा दर्जन पौधे काफी रहेंगे। जमीन पर बीड बोने से पहले जमीन को जोत लें और उस पर गोबर की खाद बिखेर दें। खार वाली मिट्टी इसके लिए अच्छी होती है।
जमीन को समतल बना कर क्यारियाँ बना लें। क्यारियां नालीदार हों और एक-दूसरे से इनकी दूरी दो-तीन मीटर होनी चाहिए। बीजों की बुआई 60-60 सेंटीमीटर दूर करें। बीज बोकर अच्छी तरह निराई करें और सिंचन कर दें।
टिण्डा कब बोएं
टिण्डे की फसल के लिए बसन्त-ऋतु का आरम्भिक काल और होली का अवसर अच्छा माना जाता है। सो जैसे ही फरवरी माह लगे, इसको बो दें। इसे मार्च तक बो सकते हैं।
टिंडे की देखभाल
टिण्डे की समय पर सिंचाई करें। चूंकि यह नालीदार क्यारियों में बोया जाता है, सो ध्यान रखें कि सिंचाई का पानी देर तक पौधों में न टिकने पाए।
कीटाणुओं से पौधों को सर्वदा बचाएं। अगर पौधों का विकास भलीभांति न हो और उनमें पीलापन छा जाए, पत्तियां मुरझा जाएं तो इसे बीमारी का लक्षण समझें। इसके लिए जानकार से सलाह-मशवरा करके उचित दवाइयों का छिड़काव करना चाहिए।
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