अपने किचन गार्डन की फसल को पशु-पक्षियों से कैसे बचाएं
अपने किचन गार्डन की फसल को पशु-पक्षियों से कैसे बचाएं
उपज के प्रबल शत्रु हैं पशु-पक्षी। ये अकसर तभी फसल पर आक्रमण करते हैं, जब फल निकल आते हैं। इनसे छुटकारा पाना कभी-कभी कष्ट कारक होता है। भला कोई कब तक हाथ में डंडा लेकर कौवों व चूहों से फसलों की चौकीदारी करेगा? ये किसी की नहीं मानते और थोड़ी देर बाद फिर आ धमकते हैं।
कौओं और चूहों के अलावा तोते, टिड्डियां, चिड़ियां, गाय, भैंस और बकरियां भी फसल को चौपट कर डालती हैं। गाय, भैंस, और बकरी से तो छुटकारा पाने का एक आसान उपाय है कि अगर आपका किचन गार्डन चार दीवारी से घिरा हुआ न हो तो उसे बाड़ से घेर सकती हैं-यह बाड़ लकड़ियों, पेड़ों की डालियों या कांटेदार तारों से बना सकती हैं।
चूहों आदि से फसल को बचाने के लिए चूहा मारक दवाओं का छिड़काव कर सकती हैं। अगर पकड़ में आ जाएं तो इन्हें आसानी से मारा भी जा सकता है। इन्हें डराने और भगाने एवं मारने के लिए आप बिल्ली भी पाल सकती हैं। हां, कौवों, तोतों, चिड़ियों आदि को भगा पाना थोड़ा मुश्किल है। पर इनकी समस्या भी आप किचन गार्डन में 'बजूका' (पुतला) खड़ा करके दूर कर सकती हैं। हां पुतला जरा डरावना ही खड़ा करें।
टिड्डियों से बचाव जरूर संभव नहीं। मगर इनका आक्रमण जब भी होता है तो बड़े खेतों पर ही होता है।
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