अपने किचन गार्डन में खाद डालने से पूर्व क्या-क्या तैयारी करनी चाहिए
अपने किचन गार्डन में खाद डालने से पूर्व क्या-क्या तैयारी करनी चाहिए
मिट्टी को तीन-चार दिनों तक धूप में खुली छोड़ देने के पश्चात् उसमें कम्पोस्ट या गोबर की खाद मिलाकर अच्छी तरह से क्यारी में भर दें। क्यारी को इतना ही भरें कि वह ऊपर से लगभग 15 सेंटीमीटर खाली रहे। इससे आपको सिंचाई करने में सुविधा रहेगी। यदि खुदी हुई मिट्टी में से कुछ मिट्टी बच जाए तो आप उसे अन्य क्यारियों में-जो कि खाली हो-डाल दें।
क्यारी बनाने का कार्य जन के प्रथम सप्ताह तक पूरा कर लेना चाहिए। वैसे वैज्ञानिकों की ऐसी मान्यता है कि मानसून आने से एक सप्ताह पहले ही क्यारियों का निर्माणकार्य पूर्ण हो जाना चाहिए।
यदि आप पहले से ही अपने घर में साग-सब्जियां उगा रहे हैं तो गरमी या मानसून में पैदा होने वाली तरकारियों को लगाने के लिए आपको पुनः क्यारियां बनाने में अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। आप केवल इतना करें कि क्यारी में पहले से ही उग रहे पौधों को जड़सहित बाहर निकाल कर खाद बनाने के लिए एक गड्ढे में डाल दें। पौधों को बाहर निकालने के पहले यह अवश्य देख लें कि कहीं उन पर कोई पका हुआ फल तो नहीं लगा हुआ है। यदि है तो उसको पौधों पर ही सूखने के लिए छोड़ दें और जब वह पूरी तरह सूख जाए तब उसमें से बीज निकाल लें।
अब आप क्यारी को 30 से 50 सेंटीमीटर गहरा खोदें और मिट्टी को 3-4 दिनों तक धूप में सूखने के लिए खुला छोड़ दें। मिट्टी में खाद की मात्रा देख लें। यदि कम हो तो उसमें कम्पोस्ट या गोबर की खाद मिला दें। मिट्टी व खाद के मिश्रण को समतल कर देने के पश्चात् ही उस पर सूखे पत्तों या कम्पोस्ट खाद की 8-10 सेंटीमीटर मोटी परत जमा दें। ऐसा करने से मिट्टी की नमी यथावत् बनी स्हेगी।
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