किचन गार्डन में प्याज लगाने के लिए महत्वपूर्ण किस्में
किचन गार्डन में प्याज लगाने के लिए महत्वपूर्ण किस्में
प्याज को भी रसोईघर की सब्जियों में प्रमुख स्थान प्राप्त है। विश्व के सभी भागों में इसके उपयोग का प्रचलन है। प्याज में भी सभी पोषक तत्व मिलते हैं। यह अत्यन्त उपयोगी तरकारी है। इसमें जितने गुण होते हैं उसने अन्य किसी तरकारी में नहीं होते, पर इसमें केवल एक ही कमी है और वह यह कि इसकी बदबू असहनीय होती है। वास्तव में यह एक प्रकार का तना होता है जो कि खाद्य सामग्री को एकत्र करके फल के रूप में रूपान्तरित हो जाता है। इसे आप पशुओं और मुर्गियों को भी खिला सकते हैं। इसमें विटामिन 'सी' व 'बी' पाया जाता है। प्याज की मूल उत्पत्ति मध्य एशिया और पूर्वी एशिया के राष्ट्रों से हुई है, पर भारत में भी इसे प्राचीन काल से ही उगाया जाता है। भारत में इसका अत्यधिक उत्पादन महाराष्ट्र प्रान्त में है। तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, बिहार, पंजाब व राजस्थान में भी इसे उगाया जाता है। बम्बई, मद्रास, बिहार, हैदराबाद और असम भी इसके प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।
महत्वपूर्ण किस्में
प्याज की अब तक कई किस्में तैयार की जा चुकी हैं जो कि रंग में भूरी, लाल, पीली या सफेद होती हैं। वैसे प्याज की मुख्य किस्में पटना रैड, पटना व्हाइट, ग्लोब प्राइज टेकर, गार्डन क्वीन, नासिक रैड, बरेली लाल, पूना लाल आदि हैं। इनके अलावा कुछ अन्य उत्तम किस्में भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने तैयार की हैं।
1.अर्ली ग्रनो- यह अधिक उपज देने वाली किस्म है। इसके कन्द रंग में पीले तथा आकार में बड़े होते हैं । इसकी फसल तैयार होने में मात्र तीन माह लगते हैं। इस किस्म का प्रयोग सलाद के रूप में अधिक किया जाता है।
2. पूसा लाल- यह अधिक उपज देने वाली, लाल रंग की एक उन्नत किस्म है। यह आकार में अर्ली ग्रनो से छोटी होती है, पर उसकी गांठों को अधिक दिनों तक संचित करके रखा जा सकता है।
3.पूसा रतनार- यह भी एक उत्तम किस्म है। इसका आकार गोल व रंग गहरा लाल होता है।
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