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    अपने किचन गार्डन के लिए सही प्रकार की खाद का चुनाव कैसे करें

    How to choose the right type of compost for your kitchen garden


    अपने किचन गार्डन के लिए सही प्रकार की खाद का चुनाव कैसे करें 

    साधारण भाषा में पौधों के पोषक तत्त्वों को खाद कहते हैं। प्रत्येक जीवधारी को अपने जीवन के लिए कुछ आवश्यक पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है । खादयुक्त भूमि में थोड़े बीज डालकर भी अच्छी फसल प्राप्त की जा सकती है। खाद दो प्रकार की होती है 

    (1) जीवाणविक खाद (Organic Manure) 

    (2) रासायनिक खाद (Chemical Manure) 

    1 - जीवाणविक खाद (Organic Manure)-

    यह खाद जीवों से बनती है, जैसे-गोशाला की खाद, कम्पोस्ट, पशुओं के मलमूत्र की खाद, हरी खाद, विष्ठा आदि। गोशाला की खाद को प्राचीन काल से ही प्रयोग में लिया जाता रहा है। इसको मिट्टी में देने से पौधों को ह्य मस नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटाश प्राप्त होता है। पशुओं के गोबर को गड्ढों में इकट्ठा करके यह खाद तैयार की जा सकती है। कम्पोस्ट खाद भारत में बहुत प्राचीन काल से प्रयोग में आती रही है। इसमें नाइट्रोजन की मात्रा

    अधिक होती है। इसको बनाने के लिए घास-फूस, बागों की सूखी पत्तियां, गन्ने के अगोले तथा सूखी पत्तियां, घरों का कूड़ा-करकट, चरही का बचा हुआ चारा, पशुशाला की मिट्टी व गोबर आदि की आवश्यकता होती है। इन सबको एक गड्ढे में इकट्ठा करके सड़ने के लिए छोड़ दिया जाता है। “पहली पलटाई दो सप्ताह के बाद करें अर्थात् सबसे नीचे वाली खाद को 'फावड़े से पलटकर ऊपर डालें तथा ऊपर वाली खाद को नीचे डालें। इसी प्रकार 3-4 पलटाई हर 10-15 दिनों पश्चात् करनी चाहिएं। 80-90 दिन में यह खाद बाग में देने लायक हो जाती है।

    - रासायनिक खाद (Chemical Manure) 

    यह खाद मिट्टी में एक, दो-तीन तत्त्वों की पूर्ति करने के लिए दी जाती है । मुख्य रासायनिक खादें इस प्रकार हैं । (1) नाइट्रोजन देने वाली खादें, जैसे---सोडियम नाइट्रेट, अमोनियम नाइट्रेट, यूरिया आदि। (2) पोटाश देने वाली खादें जैसेम्युरिएट आफ पोटाश, पोटाश, पोटाश क्लोराइड आदि । (3) फास्फोरस देने वाली खादें, जैसे-सुपर फास्फेट आदि।

    आजकल उपर्युक्त तीनों तत्त्वों के मिश्रण की भी खाद मिलती है जिसे NP K (नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटेशियम का मिश्रण) कहते हैं। ऐसी खाद से पौधों को भोजन शीघ्र मिल जाता है तथा इसके डालने में मेहनत कम पड़ती है। यह बाजार में सरलता से उपलब्ध हो जाती है।

    आमतौर पर घरेलू बाग़ के लिए गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद ही उपयोग की जाती है, लेकिन यदि शहर में आप स्थानाभाव के कारण सरलता से इसे न बना सके तो गांवों से या गाय पालने वाले शहरों से भी इसे प्राप्त किया जा सकता है।


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