जानिए कि किचेन गार्डन बनाते समय भूमि का चुनाव करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
जानिए कि किचेन गार्डन बनाते समय भूमि का चुनाव करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
पौधे भूमि से ही पोषक तत्त्व लेकर फलते-फूलते हैं । अतः ऐसी भूमि का चुनाव करना चाहिए जो समतल हो। असमतल भूमि से कई असुविधाएं उत्पन्न होती हैं, जैसे-सिंचाई, आवागमन आदि । मिट्टी ऐसी हो जिसमें पानी न रुकता हो। बागों के लिए दोमट मिट्टी सदैव अच्छी रहती है। रासायनिक दृष्टि से भी भूमि अच्छी होनी चाहिए अर्थात् उसमें पौधों के लिए सभी आवश्यक तत्त्व पर्याप्त मात्रा में उपस्थित रहने चाहिएं। रासायनिक दृष्टि से भूमि को अच्छी बनाने के लिए उसमें कृत्रिम या प्राकृतिक गोबर की खाद अवश्य मिला लें। भूमि के भौतिक गुणों का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है, जैसे मिट्टी दोमट या बुलई दोमट ही हो । भूमि की गहराई भी उपयुक्त होनी चाहिए । उथली मिट्टी बागों में काम नहीं आती। भूमि में गहराई तक कंकड़, पत्थर तथा बजरी आदि नहीं होने चाहिएं।
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