यदि आप नया मकान बनवाने जा रहे हैं तो किचन गार्डन की योजना बनाते समय ध्यान देने योग्य कुछ तथ्य
यदि आप नया मकान बनवाने जा रहे हैं तो किचन गार्डन की योजना बनाते समय ध्यान देने योग्य कुछ तथ्य
स्थान का सर्वेक्षण करलेने के पश्चात् आप एक बड़े कागज़ पर किचन गार्डन का डिजाइन तैयार कर लीजिए, जिसमें आपके घर का नक्शा भी बना हो । सामान्यत: बड़े शहरों में मकान का नक्शा एक जैसा ही होता है, जिसमें मकान चारों ओर पक्की दीवार से घिरा रहता है तथा दीवार शहर की मुख्य सड़क व पड़ोस की दीवार से लगी रहती है।
यह दीवार अधिक ऊंची नहीं होती। अत: इसके लिए दीवार के अंदर चारों ओर हेज के पौधों की कतार लगाना उचित रहता है। इसके लगाने से बाग़ अधिक हरा व आकर्षक दिखाई देता है। इसी प्रकार मकान के पिछवाड़े किचन गार्डन को भी हेज द्वारा सुरक्षित कर लेने के पश्चात् अब आपको मुख्य द्वार से हाल या ड्राइंगरूम तक पहुंचने के लिए गार्डन की योजना बनानी है। इसके लिए रास्ते के दोनों ओर छोटे साइज की हेज लगाकर उसके पास में आधे से एक मीटर तक ही लान लगायें। यदि लान न लगाना चाहें तो उस स्थान पर छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित फूलों के लिए क्यारी तैयार कर लें। आमतौर पर यह रास्ता अर्धचन्द्राकार होता है। इसके पश्चात् की योजना आपके निर्णय व स्थिति पर निर्भर करेगी। - आमतौर पर किचन मकान गार्डन मकान के पीछे ही होता है। जहां तक हो, इसकी लम्बाई व चौड़ाई एक-सी ही रखें। इस गार्डन के चारों ओर भी कोई वृक्ष नहीं होना चाहिए, क्योंकि वृक्ष की जड़ें सब्जियों के छोटे पौधों की वृद्धि में बाधा डालती हैं। सब्जियों की क्यारियां बनाने के पूर्व निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. क्यारियों की लम्बाई उत्तर-दक्षिण होनी चाहिए।
2. सब्जियों को भी लम्बी पंक्तियों में ही बोना चाहिए, जिससे पौधों को पूरी धूप मिल सके।
3. चौड़े रास्तों के पास छोटे फलदार पौधे, जैसे-नीबू, पपीता आदि - लगाने चाहिएं।
4. फसलों के चक्रानुसार ही क्यारियों को बनाना चाहिए।
5. क्यारियों में पानी देने की योजना भी इसी समय बना लेनीचाहिए।
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