किचन गार्डन में लगे प्याज को लगने वाली बीमारियां और उनसे बचाव के उपाय
किचन गार्डन में लगे प्याज को लगने वाली बीमारियां और उनसे बचाव के उपाय
प्याज पर भी कई बीमारियां आक्रमण करती हैं। इन बीमारियों में लीफब्लाइट, रोटिंग आफ बल्ब (प्याज का सड़ना), दीमक लगना आदि मुख्य हैं। इनसे बचाव करना आवश्यक है। थ्रिप्स (तेला) नामक कीड़ा प्याज पर बहुत जल्दी आक्रमण करता है। यह कीड़ा पत्तियों का रस चूस कर उन्हें नुकसान पहुंचता है। इसके आक्रमण से पत्तियों पर सफेद धब्बे . पड़ जाते हैं और पत्तियों की नोक सूखने लगती है। इसके बचाव के लिए थायोडान, मेटासिस्टाक्स या मेलाथियान में से किसी भी एक कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए। एक सीसी दवा को एक लीटर जल में मिलाकर पौधों पर छिड़कना चाहिए। मक्खी या मैगट आदि भी प्याज को नुकसान पहुंचाते हैं। उनसे बचाव के लिए बीज बोते समय भूमि में थोड़ी-सी मात्रा में एल्ड्रिन मिला देनी चाहिए।
प्याज पर खासतौर पर तुलासिना तथा अंगमारी रोग उत्पन्न होते हैं। इससे पत्तियों पर सफेद-सफेद फंफूद उग जाती है, जिससे पत्तियां व तना धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं। इसके बचाव के लिए 6 लीटर पानी में 9 ग्राम जिनेव का घोल बनाकर पौधों पर छिड़कना चाहिए।
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