किचन गार्डन में उगाए जाने वाले लहसुन की किस्में
किचन गार्डन में उगाए जाने वाले लहसुन की किस्में
लहसुन को भारत के प्रायः सभी क्षेत्रों में लगाया जाता है। मसालों की फसलों में यह एक महत्वपूर्ण फसल है। साग-सब्जियों को स्वादिष्ट और महकदार बनाने के लिए प्राय: इसका उपयोग किया जाता है। इससे अनेक औषधियां भी तैयार की जाती हैं जो कि काली खांसी, फेफड़ों के रोग, पेट की बीमारियां, आंखों के नासूर तथा प्रसवकाल में उत्पन्न रोगों को दूर करने के लिए काम में ली जाती हैं। आंखों के दुखने और कान के दर्द में भी इसका प्रयोग किया जाता है। लहसुन के तेल में अल्प मात्रा में गंधक भी पायी जाती है।
लहसुन की जन्मभूमि दक्षिणी यूरोप मानी जाती है। इसकी कन्द अनेक छोटी-छोटी कलिकाओं के समूह द्वारा निर्मित होती है। इन कलिकाओं के समूह के चारों ओर एक सफेद या गुलाबी-सी झिल्ली चढ़ी रहती है । लहसुन में प्याज़ से अधिक पौष्टिकता होती है।
महत्वपूर्ण किस्में
भारत के उत्तरी क्षेत्रों में लहसुन की किसी विशेष किस्म का प्रयोग नहीं होता है, लेकिन दक्षिण के क्षेत्रों में जावरी गद्दी व राजल्ले गद्दी किस्में उगाई जाती हैं । लुधियाना में सफेद रंग के, समान रूप एवं आकार के और ठोस तुरियों वाले बड़े कन्द पैदा करने वाली तथा अधिक उपज देने वाली कई नई किस्मों पर शोध कार्य चल रहा है।
No comments