जानिये किस प्रकार की फफूंद आपके किचन गार्डन की दुश्मन है
जानिये किस प्रकार की फफूंद आपके किचन गार्डन की दुश्मन है
कभी-कभी आप डबल रोटी पर काले रंग की एक परत-सी देखते होंगे, यह परत म्यूकर नामक फफूंद की होती है। इसी प्रकार आप फसली पौधों की पत्तियों व फलों आदि पर भी काले, सफेद या भूरे रंग की परतें देखते होंगे। ये परतें क्रमशः आल्टरनेरीया, इसहाइपी तथा कर्बुलेरिया जैसी फफूंद की होती हैं। फफूंद परजीवी होती है अर्थात यह स्वयं भोजन निर्माण करने में असमर्थ होती है। अतः फसल के पौधों को ही अपना भोजन बनाती हैं।
भिन्न-भिन्न प्रकार की फफूंद विभिन्न पौधों में बीमारियां फैलाती हैं, जैसे-गेहूं पर पक्सीनिया, आलू पर फाइटोप्थोरा, अंगूर पर इर्सहाइपी । कुछ सामान्य बीमारियां फैलाने वाली फफंद, जैसे-स्लेरोस्पोरा, प्लाज्मापोरा, अफ्टीलेगो, पीथोफोरा, आल्टरनेरिया, हेलमेन्थोस्पोरियम, फ्यूजेरियम आदि हैं। ये पौधों में कई प्रकार की बीमारियों उत्पन्न कर उनकी उत्पादन-क्षमता को कम करती हैं।
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